
दानापुर. नगर परिषद दानापुर के वार्ड संख्या 34 में बुइडको द्वारा नाला निर्माण कार्य किया जा रहा था. नाला निर्माण के क्रम में ही बुइडको ने बिना नगर परिषद् के पदाधिकारियों और वार्ड पार्षद से पूछे बिना रोड काट दिया गया. दो दिन तक सब सोच रहे थे कि किसान अपना अपना खेत में पानी डाल रहा होगा. लेकिन तीसरा दिन नगर परिषद दानापुर के वार्ड संख्या 34 के रहने वाले स्थानीय लोगों के घरों में पानी जाने लगा. सभी किसान और स्थानीय लोग वार्ड पार्षद अनिल कुमार के घर पहुचे और अपनी परेशानी को बताने लगे. नगर परिषद दानापुर के वार्ड संख्या 34 के पार्षद अनिल कुमार बुइडको द्वारा नाला निर्माण कार्य स्थल पर पहुचे, उन्होंने देखा कि रघुवंशी नगर के पास रोड बीचो बीच काट दिया है.
पार्षद अनिल कुमार बताते है कि उन्होंने रोड कटा हुआ देखा तो उन्होंने बुइडको के पदाधिकारी को फोन किया पर किसी ने उत्तर नहीं दिया. उन्होंने बताया कि उसके बाद नगर परिषद दानापुर के पदाधिकारियों को फोन किया तो उन्होंने कहा कि वे अपना कर्मचारी को भेज रहे हैं. पर घंटो इंतजार किया पर कोई नहीं आया. उन्होंने बताया कि बुइडको के पदाधिकारी और नगर परिषद कर्मचारी नहीं आने के कारण उन्होंने अपने स्तर पर जेसीबी को बुलाया और अपने सामने रह कर काटा गया रोड को भरवाया.
वार्ड पार्षद अनिल कुमार ने कहा कि निर्माण एजेंसी बुइडको ठेकेदार और इंजीनियर के द्वारा जानबूझकर की गई लापरवाही के कारण, गलत निर्माण के कारण किसान का फसल बर्बाद किया गया. बुइडको के ठेकेदार और इंजीनियर पर कानूनी कार्यवाही किये जाने की मांग की. उन्होंने बताया है कि पीड़ित किसानों ने मुख्यमंत्री, जल संसाधन मंत्री, एसडीओ, नगर परिषद् पदाधिकारी, अंचलाधिकारियों को भी फसल बर्बाद होने के संबंध में कार्यवाही कराने आवेदन पहुंचाया है।
बिजेंद्र भगत, किसान भाई ने बताया कि मेरी खेती फुल की होती है सारा फसल बर्बाद हो गया है, एक किसान भाई बताते हैं कि मैं साहूकार से कर्ज लेकर खेती करता हूँ किसी तरह दो वक्त का रोटी के लिए पैसे कमा लेता था मगर अब तो सारा फसल ही बर्बाद हो गया. अब मैं क्या करू. साहूकार को पैसा कैसे, कहा से दूंगा? कुछ किसान बताते हैं कि मेरा भिड़ी, नेनुआ, अरुई, करेला, कदू की खेती कई बीघा में होता है लेकिन बुइडको सारा फसल ही बर्बाद कर दिया. लाखों का नुकसान हुआ है.
नगर परिषद दानापुर वार्ड संख्या 34 के स्थानीय ने बताया कि मेरा घर में पानी आ गया था मैंने जाकर वार्ड पार्षद अनिल कुमार से शिकायत किया तो उन्होंने कुछ घंटो में ही समस्या का समाधान कर दिया, मगर किसानों का लाखों रुपया का नुकसान हो गया पूरी फसल ही बर्बाद हो गया.